रिश्ते
रिश्तों को तो जोड़ती, सदा प्रीत की डोर
मगर तोड़ देता इन्हें, मन के शक का चोर
मन के शक का चोर,न आगे बढ़ने देना
लेगा सब कुछ लूट, न हल्के में ये लेना
करके सोच विचार, बनाना सम्बन्धों को
रखना खूब सहेज,यहाँ अपने रिश्तों को
20-02-2018
डॉ अर्चना गुप्ता