रिश्ते चाहे जो भी हो।
रिश्ते चाहे जो भी हो।
विचारों का मिलन ही,
हर रिश्ते का सूत्रधार होता है…
हर रिश्ते में अमृत बरसेगा
शर्त इतनी है कि शरारते
हों, पर साजिशे नहीं..!
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विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पचोर, जिला -राजगढ़ (म.प्र.)
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