रिश्ते अब भी है.,…. (रिश्ते तब भी थे)
बच्चे अब भी हैं
बच्चे तब भी थे..
रिश्ते अब भी हैं.
रिश्ते तब भी थे..
वो बात न रही…
सब फोन में व्यस्त है
सबके कमरे के दरवाजे बंद हैं
बात भी मैसेज से होती है
रिश्ते अब भी है,
रिश्ते तब भी थे…..
बूढ़े माँ-बाप बैठे अकेले हैं
कोई बात करने वाला नहीं है
खाना देना भारी हो गया है
फोन से फुर्सत नहीं है…
बच्चे अब भी है,..
बच्चे तब भी थे
रिश्ते अब भी है
रिश्ते तब भी थे
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा