रिश्ता और परिवार की तोहमत की वजह सिर्फ ज्ञान और अनुभव का अहम
रिश्ता और परिवार की तोहमत की वजह सिर्फ ज्ञान और अनुभव का अहम है। एक कहता है तुमने कुछ नही किया
एक कहता है तुमको कुछ आता नही है।
बस अपने अपने वक्त के अहम ने,
इंसान को शिक्षित और सक्षम होने के बाद भी उसको रिश्ते और परिवारिक व्यवहारिकता और सहचर में शून्य और निरूक्त बना रखा है।
आज कल युग के हर दूसरे घर की कहानी है
जहा व्यवहारिक और पारिवारिक उद्घोषण्न सिर्फ शिक्षा पैसे या खुद के अनुभव को दूसरो से बेहतर समझो के अहम के कारण और खुद के देहरी के मामलों को समाज में प्रस्तावित करने और अपने परिवार को छोड़कर बाकी सब परिवारों का आपके परिवार के अंदर सम्मिलित होना उन मुद्दों में जो आपके परिवार के मुद्दे है वही से सत्यानाश और परिवार के रिश्ते व्यवहार को खतम करने की सलाह का आना है