राह इनको दिखाने वाले
राह इनको दिखाने वाले, तू भी देख अपना सफर।
तालीम दे तू इनको, लेकिन खता तू नहीं कर।।
राह इनको दिखाने वाले————————।।
देता है अगर नसीहत, ईमान तुझमें भी हो।
जीवन हो तेरा भी पवित्र, वफायें तुझमें हो।।
नसीब इनका बनाने वाले, तुम्हें हो यह भी खबर।
तालीम दे तू इनको, लेकिन खता तू नहीं कर।।
राह इनको दिखाने वाले——————–।।
चिराग तू वहाँ जला, जहाँ हुआ नहीं है सवेरा।
तू बाँट सबको खुशी यहाँ, सम्मान होगा तेरा।।
तू सींच अपने लहू से, चमन लगाता है अगर।
तालीम दे तू इनको, लेकिन खता तू नहीं कर।।
राह इनको दिखाने वाले——————–।।
इंसाफ करना है तुमको, मुकरना नहीं है सच से।
मुसीबत हो कैसी भी, कर्म हो तुम्हारे सदा अच्छे।।
आईना साफ हो तेरा, तू भी हो नेकी के पथ पर।
तालीम दे तू इनको, लेकिन खता तू नहीं कर।।
राह इनको दिखाने वाले———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)