राह अपनी खुद बनाना
राह अपनी खुद बनाना, जिंदगी आसान होगी।
कर्म करना तुम निरंतर, हर खुशी परवान होगी
राह अपनी खुद बनाना, जिंदगी आसान होगी।
मार्ग के कंटक तुम्हारे, पाँव को घायल करेंगे
और पर्वत से खड़े अवरोध, मन दुर्बल करेंगे,
छुओगे जिस पल शिखर, उस पल तुम्हारी शान होगी
राह अपनी खुद बनाना, जिंदगी आसान होगी
एक से सब दिन न होंगे, एक सी नहिं रात होगी
उजाले यदि साथ देंगे, अँधेरों में घात होगी
तुम सतत् चलते रहे तो, जीत भी आसान होगी
राह अपनी खुद बनाना, जिंदगी आसान होगी।
हो भले दुश्कर सफर, पर हार कर मत बैठ जाना
पथ की बाधाओं से डरकर, राह से मत लौट आना
विजय श्री जिस दिन मिलेगी, एक नयी पहचान होगी
राह अपनी खुद बनाना, जिंदगी आसान होगी
श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद।