राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।
राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।
अंधियारे ख्वाबों की ताबीर बदल सकती है ।
जब भी उठेंगे ये हाथ दुआओं के लिए मेरे मौला ।
तो दुआऐ भी एक दिन तक़दीर बदल सकती है ।।
Phool gufran
राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।
अंधियारे ख्वाबों की ताबीर बदल सकती है ।
जब भी उठेंगे ये हाथ दुआओं के लिए मेरे मौला ।
तो दुआऐ भी एक दिन तक़दीर बदल सकती है ।।
Phool gufran