रास नहीं आया ___ मुक्त्तक
मेरा सच बोलना यारों, किसी को रास नहीं आया।
कहां जिससे भी सच मैने वह मेरे पास नहीं आया।।
चाहते थे सभी मुझसे कि मैं भी झूठ ही बोलूं।
मगर झूठ पर यारों मुझे कभी विश्वास नहीं आया।।
राजेश व्यास अनुनय
मेरा सच बोलना यारों, किसी को रास नहीं आया।
कहां जिससे भी सच मैने वह मेरे पास नहीं आया।।
चाहते थे सभी मुझसे कि मैं भी झूठ ही बोलूं।
मगर झूठ पर यारों मुझे कभी विश्वास नहीं आया।।
राजेश व्यास अनुनय