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6 Sep 2021 · 1 min read

राष्ट्र बोध

जिस माटी में जन्मे उसके लिए बलिदान करे ।
हो बात वतन की तो वतन पर अभिमान करे ।।
शहीदों ने खुद को खोया कुछ हम भी खोये ।
कर ऐसा संकल्प आज न्योछावर प्रान करे ।।

राणा ने खायी मुँह की पर सिर नहीं झुकाया ।
वही खून जब गरमाया तो दुश्मन को हराया ।।
शान्ति दूत बनकर अब तक सहन करते रहे ।
यदि नहीं माना तो हमने सबक भी सिखाया ।।

Language: Hindi
81 Likes · 1 Comment · 585 Views
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