राष्ट्र निर्माता
गरिमामयी पद पर हैं दाग,आहत हूँ मैं
राष्ट्र निर्माता हूँ या आत्मघातक हूँ मैं
चिन्तन का है विषय,आत्ममंथन कर लूँ
खलनायक नहीं,राष्ट्र नायक हूँ मैं
नित करूँ जतन, नहीं जड़,मैं चेतन
प्रमाणित कर दूँ उन्नायक हूँ मैं
माना कि मात्र हम ही दोषी नहीं,
पर सिद्ध तो करूँ कि लायक हूँ मैं
पुनः लौटे मान,बढ़े आत्म सम्मान
कर्मपथ अग्रसर प्रणधारक हूँ मैं
✍हेमा तिवारी भट्ट✍