राष्ट्रीय आपदा मोचन बल
हम है भारत के विजयी सेनानी, चलते हैं सीना तान के।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल है, प्रतिबद्ध जन कल्याण के।।
हम थकते नही हम डिगते नही, डरते न किसी चट्टान से।
बन कर्मयोगी हम तत्परता से, निडर रहे मैदान में।।
आपदा सेवा सदैव सर्वत्र, यह मूलमंत्र पहचान के।
हैं साहस के पर्यायवाची, करे कर्म सदा जी जान से।।
हम है भारत के विजयी सेनानी, चलते हैं सीना तान के।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल है, प्रतिबद्ध जन कल्याण के।।
हम चीर दे सीना सागर का, हम दरिया का रुख मोड़ दे।
हम सहज भाव हर आपदाओं से, भिड़ जाते जी तोड़ के।।
चाहे हो कृत्रिम या प्राकृतिक, खड़े विपदाओं में शान से।
हरपल डटकर करे सामना, हर मुश्किल का ठान के।।
हम है भारत के विजयी सेनानी, चलते हैं सीना तान के।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल है, प्रतिबद्ध जन कल्याण के।।
हम कालजयी सरंक्षक हैं, हम हिन्द के आँखों के हैं तारे।
हम पोषक हैं, हम सेवक हैं, हम जन जनता को हैं प्यारे।।
नही झुकने देते राष्ट्रध्वजा, लहराएं इसे अभिमान से।
है गर्व हमें हम जिम्मेदार बल, प्यारे हिंदुस्तान के।।
हम है भारत के विजयी सेनानी, चलते हैं सीना तान के।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल है, प्रतिबद्ध जन कल्याण के।।
©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप”
(सर्वाधिकार सुरक्षित १६/०३/२०१९)