रावण चरित्रवान था
रावण चरित्रवान था
बहना के सम्मान में, दे दी अपनी जान|
रावण चरित्रवान था , जाने सकल जहान||
जाने सकल जहान , लंकेश सूरवीर था|
ताकत में बेजोड़ , रण के लिए अधीर था||
कह सिल्ला कविराय, विभीषण ज्यों ना रहना|
देना भाई का साथ, सदैव खुश रहे बहना||
-विनोद सिल्ला©