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15 Apr 2024 · 1 min read

** राम बनऽला में एतना तऽ..**

** राम बनला में एतना तऽ…**
———————————————
माई-बाप के बचनिया लेके ओढ़े के पड़ी
कुछहू कऽह देई केहू,मेहर छोड़े के पड़ी
राम बनऽला में एतना तऽ, करे के पड़ी
——————————————–
छोड़ऽल आपन तीर अपने के मोड़े के पड़ी
आपन जनमऽले से अपने के लड़े के पड़ी
राम बनऽला में एतना तऽ करे के पड़ी —
——————————————–
उनके दुःखवा के सुनि माथा धरे के पड़ी
बिरह अगिया में दिन-रात जरे के पड़ी
राम बनऽला में एतना तऽ करे के पड़ी —
——————————————–
दूनों अंखियन से आँसू ई केतनों गिरी
एगो जियरा के दुई फांट करे के पड़ी
राम बनऽला में एतना तऽ करे के पड़ी —
——————————————–
फूल जईसन ई देंहिया पाथर करे के पड़ी
कुंश कांटा में जिये खातिर मरे के पड़ी
राम बनऽला में एतना तऽ करे के पड़ी —
——————————————–
“चुन्नू”सरजू में समाधि लेके तरे के पड़ी
केहू लांक्षन लगाई, जियते मरे के पड़ी
राम बनऽला में एतना तऽ करे के पड़ी —
कुछहू कऽह ——————————

•••• कलमकार ••••
चुन्नू लाल गुप्ता – मऊ (उ.प्र.)
9005592111

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