राम प्रभु अयोध्या के..
थे राम प्रभु अयोध्या के…
पड़े है घर में तम्बू में
राम प्रभु का लेने पर ….
हम भाजपाई कहलाते है
90 करोड़ हिंदू के मन में…
राम मंदिर की कुंठा है
आस लगाए बैठे है…
न्यायलय के दरवाजे पे…..
जिस दिन टूट सब्र हमारा…
राम मंदिर वही बनाएंगे
ये सेकुलर भन्ड़ूए को…
हम मार भगाएंगे।
भूल गए क्या बाबरी विद्वांश…
हम फिर से वही दोहराएंगे
इस बार न होगी वो गलती
हम राम मंदिर बनाएंगे।
??जय श्री राम??
लेखक – कुंवर नितीश सिंह