Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2023 · 2 min read

राम तेरी माया

राम तेरी ही माया
जब भी मुसीबत में खुद को हे पाया।
हे राम , तेरा ही नाम
बस जुबा पे हे आया।
राम तेरी ही माया
राम नाम से ही फैली है
इस जग में खुशियों की छाया।
राम तेरी ही माया।

राम , नाम के शिवा
ना कोई नाम ही ,शुमर ही में पाया।
आँखें जो बन्द की
समीप तुझे ही पाया।

जपा तेरा नाम ,जिसने दुख में भी
सब दुख दूर हुए उसके
उसने अलग ही आन्नद इस जहाँ में हे पाया।

राम तेरी ही माया
जब भी मुसीबत में खुद को हे पाया।
हे राम तेरा ही नाम
बस जुबा पे हे आया।
राम तेरी ही माया
राम नाम से फैली है
इस जहान में खुशियों की छाया।

जो भी तेरी छत्तर छाया में आया
उसने सर्वआन्नद इस जहान में हे पाया।
जैसे हर धाम, तीर्थ में कर आया।
जपा जब से तेरा नाम, सर्वआन्नद मैने उसी में हे पाया।
तडपतें हुये को तुने मोक्ष दिलाया।
आते हुए संकट को तुने दूर भगाया।
राम नाम शिमरणंं में मैंने अपना तन-मन लगाया।
सर्वसूखों का भण्डार ,मैनें उसी में हे पाया।

राम तेरी ही माया
देख आन्नदमीय हुई मेरी काया।
दूर हुआ हर अन्धियारा
प्रकाश फैला मेरे भी मन में
जैसे राम नाम से कोई दिया जला
मेरे भी मन में

राम तेरी ही माया
जब भी मुसीबत में खुद को हे पाया।
तेरा ही नाम ,जपे मेरा मन
तुझे ही हर जगह मैंने पाया।
राम नाम लेके
आन्नदमीय हुई मेरी काया
राम तेरी ही माया
शिमरू में राम नाम
जब भी जुबा पे हे आया
राम तेरी ही माया।….

Language: Hindi
1 Like · 419 Views
Books from Swami Ganganiya
View all

You may also like these posts

बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
औरत
औरत
Ahtesham Ahmad
कल की तस्वीर है
कल की तस्वीर है
Mahetaru madhukar
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
Abhishek Soni
कृपण
कृपण
Rambali Mishra
सफलता की फसल सींचने को
सफलता की फसल सींचने को
Sunil Maheshwari
"माफ करके"
Dr. Kishan tandon kranti
उर्दू सीखने का शौक
उर्दू सीखने का शौक
Surinder blackpen
शेर -
शेर -
bharat gehlot
*हैं जिनके पास अपने*,
*हैं जिनके पास अपने*,
Rituraj shivem verma
आहवान
आहवान
नेताम आर सी
विकास
विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
आप हमें याद आ गएँ नई ग़ज़ल लेखक विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
"तुम्हारे शिकवों का अंत चाहता हूँ
गुमनाम 'बाबा'
*गरीबी में न्याय व्यवस्था (जेल से)*
*गरीबी में न्याय व्यवस्था (जेल से)*
Dushyant Kumar
सर्वशक्तिमान से निकटता
सर्वशक्तिमान से निकटता
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
आजकल की स्त्रियां
आजकल की स्त्रियां
Abhijeet
3637.💐 *पूर्णिका* 💐
3637.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
वफ़ा के ख़ज़ाने खोजने निकला था एक बेवफ़ा,
वफ़ा के ख़ज़ाने खोजने निकला था एक बेवफ़ा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल को दिल से खुशी होती है
दिल को दिल से खुशी होती है
shabina. Naaz
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
अंसार एटवी
हरितालिका तीज
हरितालिका तीज
Mukesh Kumar Sonkar
कितने बदल गये
कितने बदल गये
Suryakant Dwivedi
ये अच्छी बात है
ये अच्छी बात है
शिवम राव मणि
हर वक्त बदलते रंग
हर वक्त बदलते रंग
Chitra Bisht
*कुछ संयम कुछ ईश कृपा से, पापों से बच जाते हैं (हिंदी गजल)*
*कुछ संयम कुछ ईश कृपा से, पापों से बच जाते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जिंदगी की खोज
जिंदगी की खोज
CA Amit Kumar
इश्क का इंसाफ़।
इश्क का इंसाफ़।
Taj Mohammad
हाँ, मेरा मकसद कुछ और है
हाँ, मेरा मकसद कुछ और है
gurudeenverma198
Loading...