राम तुम भी आओ न
अब सलोना-सांवला वो रूप तुम दिखलाओ ना।
बन गया है राम मंदिर, राम तुम भी आओ ना।।1।।
मैं पुजारन कर रही कलयुग में तेरा इंतज़ार।
बोलो राघव तुम कहाँ हो, मैं खड़ी हूँ तेरे द्वार।
पूर्ण कर दो ये प्रतीक्षा दर्श अब दिखलाओ ना।
बन गया है राम मंदिर, राम तुम भी आओ ना।।2।।
तुम जो आओगे प्रभु तो रामराज्य भी आएगा।
रामचन्द्र कृपाल सुन्दर जगत ये बन जायेगा।
शबरी सी बैठी यहाँ मैं, जूठी बेर खिलाओ ना।
बन गया है राम मंदिर, राम तुम भी आओ ना।।3।।
दीप से सारी अयोध्या जगमगाये हैं यहाँ।
मैं पुकारूँ कब से तुमको, बोलो राघव तुम कहाँ।
वाम-अंगी विभूति सीता संग अपने लाओ ना।
बन गया है राम मंदिर, राम तुम भी आओ ना।।4।।
@स्वरचित व मौलिक
शालिनी राय ‘डिम्पल’✍️