राम छोड़ ना कोई हमारे..
राम छोड़ ना कोई हमारे।
चलती नईआ राम सहारे ।
मन जो हारे जगत पीड़ा से,
एक राम ही हमें सम्हारे।
राम छोड़ ना कोई हमारे।
नाम जाप और भाव- भक्ति से,
चल जाता सब उनके शक्ति से।
रोजी-रोटी और सुविधाएं,
दे देकर वे हमें संवारें।
राम छोड़ ना कोई हमारे।
दिन -दिन भर मनवा रोज गाता,
किसी प्रसंग पर लोर गिराता।
माता सीता राम सकल जी
को कहे मनवा गाये जा रे।
राम छोड़ ना कोई हमारे।
–“प्यासा”