*”रामसेतु”*
“रामसेतु’
कलयुग जीवन राम नाम एक आधारा
अदभुत शक्ति असीम कृपा पत्थर भी जाते है तैर भव सागर तर जाएं।
राम नाम पत्थर तैरते हुए “रामसेतु” निर्माण कराएं।
सीता माता की खोज में लंका तक पहुंचने का मार्ग सुगम बनाएं।
आओ मिलकर “रामसेतु” निर्माण कराएं।
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राम ही कर्म राम ही दुख हर्ता सुखकारी।
सारे साधन विफल हो रहे अंतिम समय अचूक औषधि कल्याणकारी।
जिन पर कृपा दृष्टि बरसाते वो भवसागर के तारणहारी।
आओ मिलकर रामसेतु निर्माण कार्य कराएं……! ! !
अंतर्मन से मुख से सुमिरन नाम जपते हुए ध्यान साधना लगाएं।
सभी पूरन कारज सफल होते तुरंत विध्न बाधाओं को दूर भगाएं।
तीन लोकों के त्रिदेव प्रभु श्री राम जी सारे संसार का भार उठाए।
जिन भक्तों पर कृपा श्री राम जी की वो मुक्तिबोध पा जाएं।
आओ मिलकर रामसेतु निर्माण कार्य कराएं…..! ! !
नेक काम इंसानियत जगा कर हर प्राणी को जीवन दान दे जाएं।
दूरियाँ मिटाकर राग द्वेष नफरतों को हटा नई दिशा में कदम बढ़ाएं।
सत्य प्रेम करूणा दया के सागर इन सद्गुणों को अपनाएं।
काम क्रोध लोभ मोह अंहकार
राग द्वेष निंदा वैमनस्य असत्य विकारों को दूर कर नव युग निर्माण कराएं।
आओ मिलकर रामसेतु निर्माण कार्य कराएं…..! ! !
एक दूसरे का दुख दर्द दूर कर जनसेवक बन मददगार बन जाएं।
भूखे प्यासे को खाना पानी देकर साथियों के साथ सर्तकता सावधानी बरतें हिम्मत हौसला बढ़ाएं।
“आओ मिलकर रामसेतु निर्माण कार्य कराएं….! ! !
दोषारोपण मिथ्यावादी छोड़ कर मानवतावादी मिसाल बन जाएं।
छल कपट भेदभाव कुदृष्टि हटा कर विजयी विश्व भारत बनाएं।
आत्मसात कर परमात्मा से मिलन बुद्धि विवेक क्षमा याचना करते जाएं।
धर्म अर्थ काम मोक्ष प्राप्ति के लिए ध्यान साधना का मार्ग अपनाएं।
“आओ मिलकर रामसेतु निर्माण कार्य कराएं…..! ! !
आध्यात्मिक ज्ञान को लक्ष्य बना अवगुण दूर सांसारिक जीवन सुखी बनाएं।
सेवा भावना त्यागी बन स्वयं में आस्था भक्ति प्रेम जगाएं।
मोक्ष प्राप्त करने के लिए खुद को आत्म निर्भर इच्छा शक्ति प्रबल बनाएं।
“आओ मिलकर रामसेतु निर्माण कार्य सफल बनाएं……! ! !
शशिकला व्यास✍️