रामराज्य आदर्श हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
रामराज्य आदर्श हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
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रामराज्य आदर्श हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम है
1)
त्रेता में इसने सद्गुण की, धर्म ध्वजा फहराई
रहते थे सब लोग पाटकर, ऊॅंच-नीच की खाई
भरे हुए सब अपनेपन से, प्रीति परस्पर करते
कष्ट दिखा जो कहीं किसी का, मिलकर सारे हरते
मंगल करता नाम सदा से, जग में सीताराम है
2)
यह है रामराज्य जिसकी शुभ, नींव भरत ने डाली
चरण-पादुका पूजी कुर्सी, राजा की थी खाली
जहॉं लोभ का अंश न दिखता, रामराज्य कहलाता
रामराज्य वह शासन जिसका, नहीं स्वार्थ से नाता
रामराज्य का अर्थ जहॉं मन, राजा का निष्काम है
3)
रामराज्य का अर्थ जहॉं निज, बोध सनातन पाते
अपनी संस्कृति अपनी भाषा, जहॉं सदा मुस्काते
जहॉं आत्म-अभिमान उपस्थित, रामराज्य रहता है
जहॉं वीरता-भाव हृदय में, उज्ज्वल यश बहता है
जहॉं बसे हनुमान लक्षमण, सौ-सौ बार प्रणाम है
रामराज्य आदर्श हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम है
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615 451