रामचरितमानस
रामचरितमानस
रामचरितमानस पढ़ने का,अर्थ यही कुछ राम बनो।
राम राम कहने का मतलब,सदा राम आदर्शो चुनो।
यदि तुम अमल नहीँ करते हो,सारा श्रम बेकार लगे।
राम हृदय में जब आते हैं,सारी तृष्णा क्लेश भगे।
राम आचरण कुछ तो उतरे,यही कर्म फल उत्तम है।
जबतक नाता नहीँ राम से,तबतक जीवन में तम है।
रामचरित उपदेश सनातन,इसका पालन करना है।
पढ़ो राम को लिखो राम को,राम भाव ही गहना है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।