राधे राधे बोल
मेरे मन राधे राधे बोल
नाम सुनेंगे श्याम तेरे हो जाएंगे बिन मोल
मेरे मन……..
राधा नाम लगे मनभावन
मनभावन उतना ही पावन
अन्तर्मन में ज्योति जगा ले, अधर सुधा-रस घोल
मेरे मन………..
मानवता का मान बढ़ा दे
विश्व-बन्धुता-भाव जगा दे
देश-काल का भेद भुलाकर चक्षु प्रेम के खोल
मेरे मन……….
ध्यान-मनन गीता का कर ले
जीवन-दर्शन श्याम का ले ले
जन्म ‘असीम’ तेरा हो जाए अति अनुपम अनमोल
मेरे मन……….
✍️ शैलेन्द्र ‘असीम’