राधा के दिल पर है केवल, कान्हा का अधिकार
राधा के दिल पर है केवल, कान्हा का अधिकार
कृष्ण-राधिका का वंदित है, सारे जग में प्यार
कहने को तो राधा कान्हा , अलग अलग हैं नाम
मगर सिर्फ राधे जपने से, बनते बिगड़े काम
अमर प्रेम हैं इनका जग में, पावन है अभिसार
कृष्ण राधिका का है वंदित, सारे जग में प्यार
मंदिर – मंदिर पूजी जाती, जोड़ी ये निष्काम
इनके चरणों में मिल जाते,जग को चारों धाम
भाता है कान्हा के मन को , राधा सा शृंगार
कृष्ण-राधिका का वंदित है, सारे जग में प्यार
गोप- गोपियों के सँग मिलकर, कृष्ण रचाएं रास
छलिया की लीलाएं मन में, भर देतीं उल्लास
रूठ अगर जाती है राधा, कृष्ण करें मनुहार
कृष्ण -राधिका का है वंदित, सारे जग में प्यार
डॉ अर्चना गुप्ता
29.08.2024