राधा कृष्ण
********* राधा -कृष्ण (मुक्तक) ***********
******* 1222,1222,1222,1222 *******
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मिलन राधा कन्हैया का बहाना प्रेम का था,
चकोरी चाँद सी राधा किशन काला सलोना था।
अगर ये प्यार का मतलब कहीं पाना सनम होता,
किसी की भी जुबां पर नाम राधाकृष्ण ना ही था।
किशन ने जब यशोदा से कहा क्यों रंग का काला,
धवल है रंग राधा का जपे वो राम की माला।
कहानी कृष्ण राधा की धरा पर सीख है देती,
कहा जाता यहाँ है प्रेम जीवन शील मधुशाला।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)