राधा कृष्ण
श्याम के बिना राधा नहीं होती ,
जैसे जल के बिना ज़िन्दगी नहीं होती ।
प्रेम का अद्भुत संगम है ये दोनों,
राधे कृष्ण का प्रेम अनमोल है ।
राधा के दिल में विराजे कन्हैया ,
कृष्ण के हृदय में बसी है राधा रानी ।
ये दोनों मिल जाए तो होती है लीला ,
सारे जगत में बहती है प्रेम की धारा ।
श्याम से होती है राधा की आँखों की ज्योति ,
मधुर संगीत में भी उनकी ही रहती है भक्ति ।
अपनो के रंग में रंग दे वो उन सबको ,
जिन्होंने अनुभव की प्रेम की करी है मस्ती ।
मधुर बांसुरी की धुन में लहराती है राधा ,
अपने प्रेम का परिचय कराती है राधा ।
श्याम की लीला में खो जाती है ऐसे ,
नीलकंठ में जैसे समाहित होती है गंगा की धारा ।
राधा कृष्ण की अनुभूति कराती हैं ,
प्रेम की मनमोहिनी शक्ति दिखाती है ।
जब श्याम और राधा का होता है संगम ,
उस अनंत प्रेम को समझता है वायुमंडल ।
राधा कृष्ण का प्रेम है अद्वितीय ,
संसार को दिखाता है वो चाहत का मार्ग ।
उनकी प्रेम कथा बनी जीवन की धारा ,
हम सभी सीखते है उनसे ही मर्यादा ।
गोपियों की मधुर मुस्कान, कान्हा को प्यारी ,
रास लीला में मग्न हो जाती हैं सारी ।
राधा के मधुर गीत, कृष्ण की मधुर बातें ,
आत्मा को देती हैं आनंद भरी रातें ।
द्वारका के राजा, मथुरा के नंदलाल ,
कृष्ण के नाम में रंग जाता है पूरा संसार ।
राधा कृष्ण की विजय, प्रेम का स्वर्णिम संसार ,
ये ब्रजवासियों की अनन्त कथा न्यारी ।
प्रेम की मधुर भाषा, राधा कृष्ण के गीत ,
जगत को बना देते हैं जिंदगी का मीत ।
जपो उनके नाम को, गाओ उनकी महिमा ,
पाओ अनंत आनंद, राधा कृष्ण की आशीष ।