राधा का प्रेम कहें भक्ति कहें उनका नाम कृष्ण से जुदा हो नहीं
राधा का प्रेम कहें भक्ति कहें उनका नाम कृष्ण से जुदा हो नहीं सकता।
कृष्ण भले ही हो सत्यभामा व रुकमणी के राधा बिना कृष्ण हो नहीं सकता।
द्वारकाधीश कृष्ण भले ही हो मथुरा के सम्राट दिल राधा से अलग हो नहीं सकता।
उद्धव का ब्रह्म ज्ञान मतवाली गोपियों के निश्चल प्रेम के सामने ठहर नहीं सकता।
विपिन