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27 Jun 2018 · 1 min read

राधा का गीत

राधा का गीत – निधिवन पर –
.
“सखी आज तुम्हें, निधिवन की बात मैं बताऊँ
शाम पहर जब, आएं मेरे श्याम – वहाँ सखी
बन जात सभी, निधिवन की लताएं वहाँ गोपियाँ
पशु पक्षी सभी -रुक नहिं सकत – उन पलन मां
शाम होत – सब हीं चले जात, छोड़ निधिवन को
.
हरी दास जैसे गायक वा संत बस – सुन पाए
मेरे पैरों के नूपु रन की- ध्वनि बस यहाँ सखी
निधिवन के बृक्ष सब, मौन धरती की और ही
देखत लागत हैं, जब श्याम वहाँ आवत सखी
रास रचावन को, अपने अलौकिक निधिवन में
.
नृत्य करत, जब थक जात – मोरे पाँव – सखी
श्याम अपने हांथन से, चापत मेरे पाँव सखी
रास के अनंत सुख की बात, क्या बताऊँ सखी
साक्षात होत तब, उन पलन मां, मोहे ईश्वर से”
Ravindra K Kapoor
19th June 2018

Language: Hindi
Tag: गीत
452 Views
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