रात भर
आपकी याद आती रही रात भर।
दर्द की एक धारा बही रात भर।
छोड़ कर क्यों गये तुम मुझे इस तरह-
सोचती रह गई बस यही रात भर ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
आपकी याद आती रही रात भर।
दर्द की एक धारा बही रात भर।
छोड़ कर क्यों गये तुम मुझे इस तरह-
सोचती रह गई बस यही रात भर ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली