रात बाकी है
अभी आज की पूरी रात बाकी है
तेरे मेरे बिच की मुलाकात बाकी है
तेरे इंतज़ार में गुज़ार दी है कई रातें
आज भी मेरी तुझ से बात बाकी है
टूटे हुए तारों से अक्सर माँगा है तुझे
वो मुराद पूरी होना अभी बाकी है
तेरे बिना बिताए हुए पल का
आज तक हिसाब बाकी है
तन्हाई में तेरी बशर कर रहा हूं रातें
तेरे साथ की रात का इंतज़ार बाकी है
चाँद की छांव में अक्सर बैठा हूँ
तेरी ज़ुल्फ़ों की छांव का सुकूँ बाकी है
अक्सर गुफ़्तगू होती है ख़ुद से तेरे ख्यालों में
तेरे साथ गुफ़्तगू करने की रात अभी बाकी है
भटक रहा हूँ तेरे इंतज़ार में चाँदनी रातों में
तेरे हाथ में हाथ डालकर घूमने की रात बाकी है
तड़प रहा है भूपेंद्र तुझे पाने को अक्सर
भूपेंद्र के प्यासे मन की प्यास अभी बाकी है
भूपेंद्र रावत
15।08।2017