रात पराई
किया था मैंने प्यार चोट खाई है
वर्षों बीत गए वो नजर न आई
जिंदगी पूछ रही ये कैसी ऋतु आई
अभी तक तो दिन ही रूठा था
अब हर रात भी लगती है पराई
संजय कुमार✍️✍️
किया था मैंने प्यार चोट खाई है
वर्षों बीत गए वो नजर न आई
जिंदगी पूछ रही ये कैसी ऋतु आई
अभी तक तो दिन ही रूठा था
अब हर रात भी लगती है पराई
संजय कुमार✍️✍️