Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2024 · 1 min read

रातों में अंधेरा है,

रातों में अंधेरा है,
पर उसमें एक सुकून है,
जहां ख़ामोशियाँ कहानियाँ सुनाती हैं,
और चाँद गवाह बनकर मुस्कुराते हैं।

अंधेरा सिर्फ़ बाहरी नहीं,
मन का भी होता है कभी-कभी,
पर वहीं से शुरू होती है रोशनी की तलाश,
जहां उम्मीद का दीप जलता है।

रात का अंधेरा स्थायी नहीं,
यह एक पड़ाव है सफ़र का,
सुबह का सूरज हमेशा आता है,
अपने साथ नई रोशनी और नई उम्मीदें लेकर।

अंधेरे में भी अगर दिल रोशन हो,
तो हर रात में छुपा होता है एक नया सबेरा।

–श्रीहर्ष —

Language: Hindi
38 Views

You may also like these posts

दोहा- अभियान
दोहा- अभियान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*जाते हैं जग से सभी, राजा-रंक समान (कुंडलिया)*
*जाते हैं जग से सभी, राजा-रंक समान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दो घड़ी बसर कर खुशी से
दो घड़ी बसर कर खुशी से
VINOD CHAUHAN
संघर्ष
संघर्ष
Shyam Sundar Subramanian
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी
Khaimsingh Saini
दोस्ती
दोस्ती
Dr fauzia Naseem shad
क्यों न पहले अपने आप पर लिखूं
क्यों न पहले अपने आप पर लिखूं
Anant Yadav
"रातरानी"
Ekta chitrangini
"जीने की तमन्ना"
Rahul Singh
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
नज़रिये की बाते
नज़रिये की बाते
उमेश बैरवा
किस से कहें
किस से कहें
हिमांशु Kulshrestha
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"चुम्बन"
Dr. Kishan tandon kranti
विषय-कृषक मजदूर होते जा रहे हैं।
विषय-कृषक मजदूर होते जा रहे हैं।
Priya princess panwar
रोक दो ये पल
रोक दो ये पल
Surinder blackpen
ଏହା ହେଉଛି ସମୟ
ଏହା ହେଉଛି ସମୟ
Otteri Selvakumar
मेरी हर अध्याय तुमसे ही
मेरी हर अध्याय तुमसे ही
Krishna Manshi
# यदि . . . !
# यदि . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
Ikrar or ijhaar
Ikrar or ijhaar
anurag Azamgarh
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr .Shweta sood 'Madhu'
!! स्वर्णिम भारत !!
!! स्वर्णिम भारत !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
3543.💐 *पूर्णिका* 💐
3543.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय*
मेरा आसमां 🥰
मेरा आसमां 🥰
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दर्द दिल में दबाए बैठे हैं,
दर्द दिल में दबाए बैठे हैं,
श्याम सांवरा
गीत पिरोते जाते हैं
गीत पिरोते जाते हैं
दीपक झा रुद्रा
कुछ तो स्पेशल देख परिंदे।
कुछ तो स्पेशल देख परिंदे।
पंकज परिंदा
***आकाश नीला है***
***आकाश नीला है***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बेटियाँ
बेटियाँ
Dr Archana Gupta
Loading...