राणा प्रताप
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
एक हाथ भाला सजा , दूजे में शमशीर
दूजे में शमशीर ,देख दुश्मन भी डरता
चेतक उनका अश्व, हवा से बातें करता
कहे ‘अर्चना’ बात, न पड़ता था समझाना
चलता था उस ओर, जिधर को देखें राणा
26-05-2023
डॉअर्चना गुप्ता