Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2022 · 1 min read

” राज “

” राज ”
राज का राज मीनू तुम्हें बताए
इसी पर ही कविता लिख जाए
बयां हाल ए दिल वह कर पाए
सिर आंखों पर राज को बिठाए,
मुश्किल घड़ी में मेरा साथ निभाए
दुःख में मेरे वह भी तो रो जाए
सुख में मेरे संग खूब हंसी दिखाए
पत्नी धर्म वह बखूबी निभाए,
सपनों के मेरे वह पंख लगाए
प्यार के ईंधन से मुझे उड़ाए
सफलता पर मेरी वह लहराए
गर्वित होकर मुझसे इठलाए,
मेरे साथ से वह मचल जाए
चमचमाते नयनों से मुझे रिझाए
हर जरूरत मेरी पूरी कर जाए
बिन बोले जज्बात समझ जाए,
प्यारा सा एहसास मुझे दिलाए
मीनू कहकर जब वह मुस्कुराए
शांतअदाओं पर मीनू वारी जाए
नाम लेकर राज का खूब इतराए।

Dr.Meenu Poonia

Language: Hindi
1 Like · 717 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Meenu Poonia
View all
Loading...