राजनीति पर दोहे
राजनीति के मंच पर, कैसे कैसे खेल
गठबंधन में दिख रहे, उल्टे सीधे मेल
राजनीति के सामने, जनता है लाचार
कैसे होगा देश का, अब ऐसे उद्धार
सारे दल ही गा रहे, अपने अपने गान
नेताजी पर बोलने, कैसी लगे जुबान
देना सत्ता की नहीं,उनके हाथ कमान
धर्मों में जो बाँटते , अपना हिंदुस्तान
राजनीति के मंच पर, मचा हुआ है शोर
इक दूजे को कह रहे, सारे नेता चोर
राजनीति में हो रहे नित ही नये प्रपंच
एक अखाड़ा हो गया, नहीं रहा ये मंच
21-4-2019
डॉ अर्चना गुप्ता