राजनीतिक पाखंड
लड़ें आपस में सब नेता,मरा आँखों का पानी है।
उन्हें चिंता नहीं जन की, फ़क़त बातें बनानी है।
मुसीबत है खड़ी आगे,पड़ी उनको सियासत की-
मिले सत्ता कहीं से भी, यही उनकी कहानी है।
लड़ें आपस में सब नेता,मरा आँखों का पानी है।
उन्हें चिंता नहीं जन की, फ़क़त बातें बनानी है।
मुसीबत है खड़ी आगे,पड़ी उनको सियासत की-
मिले सत्ता कहीं से भी, यही उनकी कहानी है।