राखी
राखी
सुनहरी किरणों की ओड़ चुनरिया।
सुंदर रूप प्रकृति ने सजा लिया।
केसर के पुष्पों में
नदियों के जल से
दे छींटे सिंदूरी तिलक तैयार किया।
लगा कर अरुण तिलक
आकाश के भाल पर
देखो वही तो सूर्य बन चमक रहा ।
पुष्पित लताओं से
तैयार की राखी
और क्षितिज कलाई का श्रृंगार किया।
।।मुक्ता शर्मा ।।