रह गई
दरमियां दिलों में दोनो की दूरियां रह गई
ढल तो गई उम्र मगर मजबूरियाँ रह गई ।
हिचकिचाहट आज भी है मौजूद मन में
लबों पर दोनो के ही खामोशियां रह गई ।
हो चुके हैं दोनो किसी और के हमसफर
बेमेल हमारी औ उनकी जोडियाँ रह गई ।
निभा तो रहे हैं दोनो अपने-अपने रिश्ते
बन कर गले की हड्डी ये शादियाँ रह गईं।
अब भला क्या फायदा है अजय बताओ
दोनो तरफ़ से कुछ-कुछ गल्तियां रह गईं ।
-अजय प्रसाद