Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2021 · 2 min read

रहमत

✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की मैंने इस जीवन में सबका होकर देख लिया अब सतगुरु केवल तेरा होना बाकी है …मैं अपना सांसारिक सब कुछ खो बैठा हूँ मेरे मालिक अब तेरे चरणों में अपने आपको खोना बाकी है …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की मैंने इस जीवन में सबसे मिल कर देख लिया अब सतगुरु केवल तुझसे मिलना बाकी है …इस बुरे वक़्त में हर किसी ने मुझे ठुकराया है मेरे सतगुरु ,अब मैं तेरे दर पर आ बैठा हूँ ,अब केवल तेरी रहमत करना बाकी है …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की इस जीवन में कोई किसी का संगी साथी नहीं है ,सब सुख के साथी हैं दुःख में कुछ अपने साथ रहते भी हैं तो उनके भाव -भंगिमा -शब्द -व्यवहार -आँखें नीचे से ऊपर तक आपको शर्मिंदा कर देती हैं …इसलिए मुझ डूबते हुए की बांह पकड़ मेरे मालिक ,कल को ऐसा ना हो की ये जाने के बाद भी गाली दें …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की तुझसे यही अरदास है मेरे सतगुरु की बस जल्दी से इन दुनियादारी के हर ऋणों से मुक्त कर दे -हर जिम्मेदारी को पूर्ण करवा दे -मेरे इस जन्म और पूर्व जन्मों के जाने अनजाने गुनाहों -गलतियों को बख्श दे मेरे दाता और फिर मेरे सिर को अपने चरणों में स्थान देते हुए मुझे इस आवागमन के चक्र से -इस भवसागर से मुक्ति दिला दे मेरे मालिक …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान

Language: Hindi
Tag: लेख
208 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*एक सीध में चलता जीवन, सोचो यह किसने पाया है (राधेश्यामी छंद
*एक सीध में चलता जीवन, सोचो यह किसने पाया है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सब्र का बांँध यदि टूट गया
सब्र का बांँध यदि टूट गया
Buddha Prakash
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
Raju Gajbhiye
अड़बड़ मिठाथे
अड़बड़ मिठाथे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"व्यथा"
Dr. Kishan tandon kranti
बुरा न मानो, होली है! जोगीरा सा रा रा रा रा....
बुरा न मानो, होली है! जोगीरा सा रा रा रा रा....
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
गीत-14-15
गीत-14-15
Dr. Sunita Singh
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
कर्बला हो गयी तय्यार खुदा खैर करे
shabina. Naaz
भाग्य ने पूछा हज़ारों बार,मैं तुम्हारा नाम ले पाया नहीं !
भाग्य ने पूछा हज़ारों बार,मैं तुम्हारा नाम ले पाया नहीं !
पूर्वार्थ
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
#आज_का_दोहा
#आज_का_दोहा
*प्रणय*
*********आजादी की कीमत***********
*********आजादी की कीमत***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चांदनी न मानती।
चांदनी न मानती।
Kuldeep mishra (KD)
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
gurudeenverma198
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
ruby kumari
रामराज्य
रामराज्य
Suraj Mehra
3513.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3513.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
ಒಂದೇ ಆಸೆ....
ಒಂದೇ ಆಸೆ....
ಗೀಚಕಿ
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
Phool gufran
* हासिल होती जीत *
* हासिल होती जीत *
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
शीर्षक – जीवन पथ
शीर्षक – जीवन पथ
Manju sagar
शहर के लोग
शहर के लोग
Madhuyanka Raj
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हमारी जुदाई मानो
हमारी जुदाई मानो
हिमांशु Kulshrestha
वक्त के साथ
वक्त के साथ
Chitra Bisht
Loading...