रहता हूँ ग़ाफ़िल, मख़लूक़ ए ख़ुदा से वफ़ा चाहता हूँ
रहता हूँ ग़ाफ़िल, मख़लूक़ ए ख़ुदा से वफ़ा चाहता हूँ
माहिर हूँ इल्ज़ाम तराशी में, मज़लूम बना रहता हूँ
मुहम्मद अनस
रहता हूँ ग़ाफ़िल, मख़लूक़ ए ख़ुदा से वफ़ा चाहता हूँ
माहिर हूँ इल्ज़ाम तराशी में, मज़लूम बना रहता हूँ
मुहम्मद अनस