रस्म
रस्मों को रिश्ते की तरह निभाओगे तो रस निकलेगा!
पर रस्मों को रेशम की तरह निभाओगे तो तरस निकलेगा!!
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शायर : जय लगन कुमार हैप्पी
रस्मों को रिश्ते की तरह निभाओगे तो रस निकलेगा!
पर रस्मों को रेशम की तरह निभाओगे तो तरस निकलेगा!!
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शायर : जय लगन कुमार हैप्पी