रस्मे-हिज़ाब हम से जरूरी है अगर
रस्मे-हिज़ाब हम से जरूरी है अगर
…………चिलमन गेसू की रुख पे गिरा दीजिये
………………….ईद आने तलक शायद हम रहें न रहें
…………………….ईद का वो मंज़र हमें दिखा दीजिये
सुशील सरना
रस्मे-हिज़ाब हम से जरूरी है अगर
…………चिलमन गेसू की रुख पे गिरा दीजिये
………………….ईद आने तलक शायद हम रहें न रहें
…………………….ईद का वो मंज़र हमें दिखा दीजिये
सुशील सरना