Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

रमल मुसद्दस महज़ूफ़

रमल मुसद्दस महज़ूफ़
फ़ाएलातुन फ़ाएलातुन फ़ाइलुन
21222122212
एक बन के वो फरिश्ता आया था
या अदावत साथ रिश्ता आया था
#
देखना टकसाल का हो जादू गर
मेरे हिस्से खोटा सिक्का आया था
#
सोच आउट हूँ उभरती मन ही मन
पर वहीं, किस्मत का छक्का आया था
#
सादगी का तेरी कायल जो हूँ अब
जिंदगी का छोड़ लम्हा आया था
#
दुश्मनी हो बीच जुम्मन अलगू सी
जद _गजब कानून किस्सा आया था
#

53 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
23/207. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/207. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"खामोशी"
Dr. Kishan tandon kranti
मुस्कुराने लगे है
मुस्कुराने लगे है
Paras Mishra
फीका त्योहार !
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
ससुराल में साली का
ससुराल में साली का
Rituraj shivem verma
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार।
तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हम सब एक दिन महज एक याद बनकर ही रह जाएंगे,
हम सब एक दिन महज एक याद बनकर ही रह जाएंगे,
Jogendar singh
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
Rj Anand Prajapati
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे जज़्बात को चिराग कहने लगे
मेरे जज़्बात को चिराग कहने लगे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आप पाएंगे सफलता प्यार से।
आप पाएंगे सफलता प्यार से।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रीत को अनचुभन रीत हो,
प्रीत को अनचुभन रीत हो,
पं अंजू पांडेय अश्रु
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
Shiv kumar Barman
जो लिखा है
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
*समीक्षा*
*समीक्षा*
Ravi Prakash
समय जो चाहेगा वही होकर रहेगा...
समय जो चाहेगा वही होकर रहेगा...
Ajit Kumar "Karn"
“ मैथिल क जादुई तावीज़ “ (संस्मरण )
“ मैथिल क जादुई तावीज़ “ (संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
कबीर ज्ञान सार
कबीर ज्ञान सार
भूरचन्द जयपाल
उमंग जगाना होगा
उमंग जगाना होगा
Pratibha Pandey
संसार एक जाल
संसार एक जाल
Mukesh Kumar Sonkar
प्रतिशोध
प्रतिशोध
Shyam Sundar Subramanian
अब तू किसे दोष देती है
अब तू किसे दोष देती है
gurudeenverma198
*आज का संदेश*
*आज का संदेश*
*प्रणय प्रभात*
सच
सच
Sanjay ' शून्य'
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जानती हो दोस्त ! तुम्हारी याद इक नाव लेकर आती है। एक ऐसी नाव
जानती हो दोस्त ! तुम्हारी याद इक नाव लेकर आती है। एक ऐसी नाव
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Loading...