रमणी
कमसिन कामिनी कमनीय कटि
सकुच समर्पण सुकुमार सुकृति।
दामिनी दमकी दर्शन दृष्टि
वामांग वसी वरदान वृष्टि।
मस्तक मौक्तिक मंगल मणि
अविकच अक्षि अद्विता अणि।
लावण्य लावनि लोचन लुभावनि
चपल चितवन चितचोर चलि।
गदगद गायति गीतिका गोधूलि
तूष्णी तनया तरुणी तन्वी।
परिणय प्रतीक परिमल प्रीति
मोहिनी मूरति महताब मणि।
नन्दित नववधू निर्णिक्त निशि
रमणीय रमणी रमणीक रति।
रचयिता–
डॉ नीरजा मेहता ‘कमलिनी’