Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jun 2022 · 1 min read

रब तेरा आदमी बड़ा झूठा है

मन मेरा हज़ारों बार टूटा है
रब तेरा आदमी बड़ा झूठा है

आदमी विराने में खो जाता है
सच पर झूठ हावी हो जाता है
सच आने में देर हो जाता है
झूठा क्षणिक शेर हो जाता है

लुटेरों ने सच्चाई को लूटा है
रब तेरा आदमी बड़ा झूठा है ।

बेशर्मों की तरह हंसते रहते हैं
खुद की तारीफ करते रहते हैं
वे बिल्कुल चिकने से घड़े है
कामचोर,ढीठ ठाट से पड़े हैं

कोई भी ऐब ना उनसे छूटा है
रब तेरा आदमी बड़ा झूठा है।

बातों में सबको लपेट लेता है
फायदे की चीज समेट लेता है
ना किसी का सम्मान करता है
ना रब का गुणगान करता है

तेरे दर पे दुवा का हाथ उठा है
रब तेरा आदमी बड़ा झूठा है।

नूर फातिमा खातून नूरी
जिला कुशीनगर
उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
Tag: Poem
2 Likes · 1 Comment · 279 Views

You may also like these posts

रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
बना रही थी संवेदनशील मुझे
बना रही थी संवेदनशील मुझे
Buddha Prakash
मै कमजोर नहीं
मै कमजोर नहीं
Shutisha Rajput
गरबा नृत्य का सांस्कृतिक अवमुल्यन :जिम्मेवार कौन?
गरबा नृत्य का सांस्कृतिक अवमुल्यन :जिम्मेवार कौन?
मनोज कर्ण
ख़िलाफ़ खड़े सिर कुचल दिए, इसान थोड़ी है
ख़िलाफ़ खड़े सिर कुचल दिए, इसान थोड़ी है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
व्यक्ति को ख्वाब भी वैसे ही आते है जैसे उनके ख्यालात होते है
व्यक्ति को ख्वाब भी वैसे ही आते है जैसे उनके ख्यालात होते है
Rj Anand Prajapati
3665.💐 *पूर्णिका* 💐
3665.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हे ! माँ सरस्वती
हे ! माँ सरस्वती
Harminder Kaur
हिन्दी
हिन्दी
लक्ष्मी सिंह
न्याय के मंदिर में!
न्याय के मंदिर में!
Jaikrishan Uniyal
राजभवनों में बने
राजभवनों में बने
Shivkumar Bilagrami
गुरु, शिक्षक, अध्यापक, टीचर
गुरु, शिक्षक, अध्यापक, टीचर
पंकज कुमार कर्ण
Being liked and loved is a privilege,
Being liked and loved is a privilege,
Chitra Bisht
कैनवास
कैनवास
Aman Kumar Holy
जवानी
जवानी
Bodhisatva kastooriya
A Hopeless Romantic
A Hopeless Romantic
Vedha Singh
कत्थई गुलाब-शेष
कत्थई गुलाब-शेष
Shweta Soni
ये जिंदगी है साहब.
ये जिंदगी है साहब.
शेखर सिंह
मैंने अब रूठना छोड़ दिया क्योंकि मनाने वाला ही रुठ गया।
मैंने अब रूठना छोड़ दिया क्योंकि मनाने वाला ही रुठ गया।
Aisha mohan
गज़ल
गज़ल
सत्य कुमार प्रेमी
मनाओ मातु अंबे को
मनाओ मातु अंबे को
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"तुलना"
Dr. Kishan tandon kranti
परतंत्रता की नारी
परतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
धुएं के जद में समाया सारा शहर पूछता है,
धुएं के जद में समाया सारा शहर पूछता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अहंकार
अहंकार
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
***हरितालिका तीज***
***हरितालिका तीज***
Kavita Chouhan
ग़ज़ल _ मांगती इंसाफ़ जनता ।
ग़ज़ल _ मांगती इंसाफ़ जनता ।
Neelofar Khan
প্রশংসা
প্রশংসা
Arghyadeep Chakraborty
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...