” रब की कलाकृति “
” रब की कलाकृति ”
जीवन मिला जिसको भी भगवान से
वो सब राजी होने पर खुशी बनाते हैं
भावनाएं होती हैं हरेक जीवित प्राणी में
सुख में हंसते हैं तो दुख में रो जाते हैं,
कठिनाई आने पर मायूस हो जाते तो
कार्य पूर्ण होने पर सभी मुस्कुराते हैं
शारीरिक चोट में तड़फ उठते सभी तो
जरूरत पड़े तब दूसरे का साथ निभाते हैं,
कभी खेलें, कभी सोएं, कभी करते भजन
कभी तो सारे मिलकर उत्सव बनाते हैं
रंग रूप और अलग अलग है रहन सहन, लेकिन
सुख दुःख को भावनाओं के धागों में पिरो जाते हैं,
मानव के साथ साथ हर जीवित प्राणी भी जुड़ा
कई दुग्धधारी जानवर हैं तो कई सर्कस दिखाते हैं
पालतू रहते हमारे साथ घर के सदस्य बनकर
जरूरत पड़ने पर अपनी जान पर खेल जाते हैं।
Dr.Meenu Poonia