रहबर ए कौम
मेरे सच को भी कसौटियों पे यार परखा जाएगा
उनके झूठ को भी इनायत कह कर नवाजा जाएगा
हम मूत मइन होकर ही बैठे हैं रहबर ए मुल्क से
सच उनके ही हाथो सौ परतों में दफनाया जाएगा
~ सिद्धार्थ
भूखे मानुष के चीत्कार को भी कहे हैं लोग ढोंग
तोंद वाले के डकार को भी कहे, बड़ा है इनका रोग …?
~ सिद्धार्थ