रतन टाटा जी
उनके इरादे थे पक्के,
दिल के थे वह सच्चे ,
नाम था उनका रतन टाटा ।
पूरी दुनिया में अपना नाम किया ,
कभी ना खुद पर घमंड किया ,
नाम था उनका रतन टाटा ।
जब भी किसी से मिलते थे ,
उनको अपना बना लेते थे ,
नाम था उनका रतन टाटा ।
इंसान से ही नहीं जानवरों से भी प्यार किया ,
कभी ना खुद पर गुरुर किया ,
नाम था उनका रतन टाटा ।
आप चले गए दुनिया रुक गई ,
आप जैसा ना होगा अब कोई ,
नाम था उनका रतन टाटा।
सही मायने में आपने जी जिंदगी ,
दूसरों को खुशी देना सीखे आपसे कोई ,
नाम था उनका रतन टाटा।
कोहिनूर हीरा खोया है आज
आंखें सभी की नम हैं आज,
आपको कभी ना भूलेंगे,
आपको कभी ना भूलेंगे।
भावपूर्ण श्रद्धांजलि
पौर्णिमा कुंभार