रक्षाबन्धन
भाई बहनों का प्रेम यहाँ, उपवन में सुन्दर चन्दन है,
ऐसे पवित्र रिश्तों को मेरा, अन्तर्मन से अभिनंदन है।
बहनों के दुःख को हरने का, भाई जब कसम उठाता है,
तब सावन की बरसातों में, होता ये “रक्षाबंधन” है।
भाई बहनों का प्रेम यहाँ, उपवन में सुन्दर चन्दन है,
ऐसे पवित्र रिश्तों को मेरा, अन्तर्मन से अभिनंदन है।
बहनों के दुःख को हरने का, भाई जब कसम उठाता है,
तब सावन की बरसातों में, होता ये “रक्षाबंधन” है।