रक्षाबंधन
तोल नहीं कोई मोल नहीं है
भाई बहन का प्यार है।
दुआ करे बहना भाई को
खुशियों का उपहार है।
सदा उदित हो उन्नत मस्तक
टीका लगाया भाल है।
रोली अक्षत अक्षय जीवन
जियो हजारों साल है।
रक्षा बंधन पावन भाई
बहन का अनुपम त्योहार है।
बहन की रक्षा करना भैया
चाहत यह उपहार है।
विन्ध्यप्रकाश मिश्र