रक्षाबंधन
ये राखी पर्व है प्यारा इसे दुनिया मनाती है
भाई को बांधने राखी बहन घर दौड़ आती है
बड़ी मज़बूर वो बहना रहे परदेश में इस दिन
वो राखी भेज भाई की कलाई को सजाती है
न मिल पायें चाहें बहना भाई के दिल सदा रहती
करे परवाह भी इतनी नजर माँ उसमें आती है
सभी नाते सभी रिश्ते बहन के पास होते पर
हमेशा वक़्त पे हमदर्द सच्चा भाई पाती है
बहन जब रूठ जाती थी तो भैया तुम मनाते थे
सभी बातें बहन को याद वो बचपन दिलाती हैं
बहन को प्यार बाबुल सा है भाई से ही मिलता जब
बहन भाई में ही अपने पिता का रूप पाती है
नहीं उपहार प्यारा प्यार से है अर्चना ज्यादा
सलामत बस रहे भैया दुआ बहना मनाती है
29-08-2015
डॉ अर्चना गुप्ता