“रक्षाबंधन”
मिठाई ,जलेबी, रसगुल्लों का जोर हैं।
रक्षाबंधन का त्योहार है आया ,चारो तरफ ये शोर हैं।
रंग बिरंगी राखी को ले , बहने हैं आईं।
देख मिठाई ,भाई के मुंह में भी पानी आई।
भाई – बहन को प्यार में बांधे ये ऐसी डोर है।
राखी का त्योहार है आया ,चारो तरफ ये शोर हैं।
थाली लाई ,राखी सजाएं , दीप जलाएं।
बहन-भाई की पूजा करती हैं।
भाई की कलाई पर बांधी रेशम की डोर है।
राखी का त्योहार है आया ,चारो तरफ ये शोर है
रक्षा का प्रतीक रक्षाबंधन कहलाता हैं।
बहनों को ये त्योहार ख़ूब भाता है।
बहन और भाई धागे के दो छोर है।
राखी का त्योहार है आया ,चारो तरफ ये शोर हैं।